आध्यात्मिक जागृति ही सकारात्मक ऊर्जा शक्ति का स्त्रोत - Hindi Sahitya Blog


        सुदृढ़ समाज की स्थापना हेतु प्रत्येक व्यक्ति को जागृत करना होगादिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान आश्रम में विशाल मासिक सत्संग सभा का आयोजन किया गया। श्री आशुतोष जी महाराज के दिव्य नेतृत्व में सम्पूर्ण विश्व को ‘ब्रह्मज्ञान’ के सूत्रा में पिरोकर शांतिमय विश्व कुटुम्ब के निर्माण को अर्पित संस्थान की समस्त गतिविध्यिों का केन्द्र व्यक्ति तथा समाज का सर्वांगीण विकास है।
    सभा में प्रवचन करते हुए स्वामी जी ने कहा कि यदि सुदृढ़ समाज की स्थापना करनी हो तो प्रत्येक इकाई, प्रत्येक व्यक्ति को जागृत एवं सशक्त करना होगा। व्यक्ति का विकास व्यक्तित्व के विकास पर आधरित है और व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विकास आत्मिक जागृति पर। मात्रा शिक्षित समाज राष्ट्र के विकास का हेतु नहीं होता। व्यक्ति से विश्व तक का सर्वांगीण विकास दीक्षा पर आधरित होता है। दीक्षा अर्थात् दिव्य नेत्रा के उन्मूलन से प्रभु का अन्तर्घट में साक्षात्कार, जागृति का प्रथम सौपान है। साध्वी जी ने अपने विचारों में कहा कि आध्यात्मिक जागृति से निःसृत दिव्य सकारात्मक उफर्जा शक्ति का स्त्रोत है और यही आधर है स्वस्थ तन में शांत मन व विवेकशील बुद्धि का। भजनों की  शृंखला प्रस्तुत कर साधु  समाज ने माहौल को भक्तिपूर्ण कर दिया। सभा के अंत में उपस्थित विशाल जनसमूह ने विश्व कल्याण हेतु सामूहिक ध्यान व प्रार्थना की।

अधिक  जानकारी के लिए आप संस्थान की वेबसाइट (Website) -www.djjs.org 




पर संपर्क कर सकते हैं।

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